बेतिया नगर से अतुल कुमार की रिपोर्ट
पश्चिमी चंपारण, बेतिया के औरईया मौजे टोला बानुछापर ओ.पी. थाना निवासी कृष्णा नट (शिक्षा सेवक) पत्नी संगीता देवी की पुत्री बबली कुमारी जोकि बी.ए. एडमिशन हेतु राम लखन सिंह महाविद्यालय के लिए 24/08/2021 को घर से 10:00 बजे सुबह संजय यादव जैनी टोला निवासी के टेंपो से निकलती है, जहां देर शाम तक घर नहीं लौटने से अभिभावक परेशान हो खोजबीन करते हुए इस संबंध में स्थानीय थाना बानुछापर ओ.पी. को आवेदन देने पहुंचे, लेकिन स्थानीय थाना द्वारा पीड़ित परिवार के आवेदन देने के 4 दिन बाद प्राथमिकी दर्ज की जाती है, जिसकी कांड संख्या 503/21 है वही पीड़ित का यह भी कहना है कि उसकी पुरानी विवाद भी है कहीं हो ना हो इस मामले को लेकर उन व्यक्तियों पर भी संदेह की स्थिति बनी हुई है ताजूब की बात है कि किस कारणवश आवेदन देने के पश्चात पीड़ित द्वारा आरक्षी उपमहानिरीक्षक पश्चिमी चंपारण को 1 सितंबर 2021 को थाना की शिथिलता को लेकर आवेदन दिया गया जिस पर आरक्षी उपमहानिरीक्षक द्वारा संज्ञान में लेते हुए स्थानीय थाना को खरी खोटी सुनाई गई, जिसके 4 दिन पश्चात थाना द्वारा प्राथमिकी दर्ज करी जाती है जो अपने आप में पुलिस प्रशासन पर एक सवाल खड़ा करती है। वही पीड़ित परिवार की मां संगीता देवी का कहना है कि उनके आवेदन पर स्थानीय थाना द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती है परंतु आरक्षी उपमहानिरीक्षक के प्रति पीड़ित परिवार का विश्वास इस कारण बड़ा कि उनके आवेदन को संज्ञान लेते हुए उपमहानिरीक्षक द्वारा पुलिस की कार्रवाई तेज जो हो गई है, अब परिजनों को विश्वास है कि उनकी पुत्री जल्द ही बरामद हो जाएगी तो दूसरी तरफ इस मामले में जिस तरह से बाल्मीकि प्रेस क्लब ने अपनी भूमिका निभाई उसको भी ले कर पीड़ित परिजन उन्हें भी धन्यवाद देते हुए यह कहा कि अब मुझे न्याय मिलने की उम्मीद जग गई है। वही संवाददाताओं द्वारा मामले को जानकारी हेतु स्थानीय थाना से पूछे जाने पर थाना प्रभारी द्वारा यह बताया गया कि मामले को संज्ञान में लिया गया एवं जल्द ही मामले को त्वरित उद्भेदन किया जाएगा।