बेतिया/मैनाटांड। लोक आस्था और सू्र्य उपासना के पर्व चैती छठ के तीसरे दिन बृहस्पतिवार को पहला अर्घ्य दिया गया. शाम के समय डूबते भगवान सूरज को नदियों के किनारे जल चढ़ाया गया. इनरवा,भंगहा,डमरापुर विभिन्न जलाशयों के किनारे सैकड़ों श्रद्धालुओं ने अस्त होने वाले भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया और पूजा-अर्चना की. चार दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान के अंतिम दिन शुक्रवार को व्रती सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे।