बेतिया/बगहा। बगहा एक प्रखंड के सिकटौर गांव के स्वजन अपने परिवार के लोगों को देखने के लिए बेकरारी से इंतजार कर रहे हैं। उन्हें क्या मालूम कि रोजी रोटी की तलाश में गए पिता व पुत्र के साथ ऐसी घटना घटेगी। जोखू पटेल व उसका पुत्र पतलेश्वर कुमार को आतंकियों ने उस समय गोली मारी थी जब वे दोपहर का खाना खाकर एक पेड़ के नीचे आराम कर रहे थे। आतंकी चारपहिया गाड़ी से उतरे व गोली दाग कर वापस चले गए। घटना की सूचना मिलने पर चौतरवा थानाध्यक्ष सुरेश कुमार यादव पीड़ित परिवार में पहुंचकर उन्हें ढाढस बंधाया।बावजूद पीड़ित परिवार जोखू पटेल की पत्नी प्रेमा देवी ने बताया कि फिलवक्त उनके पति व पुत्र अस्पताल में हैं व अच्छा अनुभव कर रहे हैं। परंतु जबतक अस्पताल से छुट्टी नहीं मिलेगी घर नहीं आ पाएंगे।बावजूद उस घटना से बिहारी मजदूरों में दहशत का माहौल कायम है। मंगलवार को 26 व बुधवार के दिन 14 मजदूर कश्मीर से घर के लिए चल दिए हैं। गुरुवार को उन्हें घर आने की पूरी उम्मीद है।बुधवार को पतिलार पंचायत के सरपंच पति जगरनाथ यादव सिकटौर पहुंचकर पीड़ित परिवार से उनके दुःख दर्द सुना।सांत्वना दिया कि भगवान पर भरोसा रखें।सब कोई अब कुशल आ जाएगा।वही सुदामा देवी,शारदा देवी,जलेसरा देवी,चंदा देवी बेचैनी से अपने परिवार के सदस्यों को घर पहुंचने के लिए इंतजार कर रहे थे।वही दिनेश पटेल,भूलन साह ,सतीश साह,रमेश साह समेत 26 लोग गुरुवार को घर वापसी कर रहे हैं।उनके परिवार जन इंतजार में आंखे बिछाए हुए हैं।