बेतिया/चौतरवा। हम पार्टी के सुप्रीमो जीतन राम माझी के विवादास्पद बयान को ले शुक्रवार को परसौनी चौक पर सवर्णों ने उनका पुतला दहन कर विरोध जताया। इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता बच्चा पांडेय ने कहा कि श्री माझी एक सम्मानित नेता हैं।उनके मुख से सवर्णों में खासकर ब्राह्मण समाज के प्रति विवादास्पद बयान नही देना चाहिए। इस तरह के विवादास्पद बयान से गठबंधन कमजोर होगा।किसी भी जाति समुदाय के प्रति ऐसा बयान देना सही नही है। वही लोजपा नेता रिपुसूदन द्विवेदी ने कहा कि बड़े नेताओं को समाज के किसी भी वर्ग के प्रति विद्वेषपूर्ण वक्तव्य अच्छा नहीं लगता। कोई भी पार्टी किसी जाति विशेष के बल पर नहीं टिक सकती है।जैसे एक फूल से कभी माला बनाई नहीं जा सकती। ठीक उसी प्रकार एक जाति विशेष के समर्थन के बल से पार्टी नहीं चल सकती है। उतावले में कोई बयान देना विवादास्पद हो जाता है। इससे सवर्ण समुदाय को आघात पहुंचा है।भाजपा के सुनील पांडेय व विजय राव ने आक्रोश जताते हुए कहा कि किसी भी पार्टी या प्रत्याशी की जीत में सहयोग सभी समुदाय के लोगों का रहता है।वही आक्रोशित दर्जनों लोगों ने जीतन राम माझी मुर्दा बाद का नारा लगाते हुए परसौनी चौक पर पुतला दहन किया। कांग्रेस के वृद्ध नेता जटा मिश्र ने विरोध जताते हुए कहा कि श्री माझी जबतक सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगेंगे।पूरा सवर्ण समाज उनका व उनके गठबंधन से दूरी बना लेगा। श्री माझी खुद समाज में जातिवाद को बढ़ावा देने में जुटे हुए हैं।विरोध जताने वालों में मंटू दुबे,कामेश्वर दुबे,घनश्याम दुबे,रामजी यादव,प्रमोद कुमार,साहेब तिवारी,जय पांडेय,अमरेंद्र वर्मा समेत दर्जनों कार्यकर्ता रहे।