बेतिया/चौतरवा। बगहा एक प्रखंड का पंचायत पतिलार में अधिकांश ग्रामीणों को नल जल योजना का कोई लाभ नहीं मिल रहा है। विशेष तौर पर पंचायत के वार्ड नंबर 13 व 14 के लोग नल जल योजना से दूर हो गए हैं। सबसे आश्चर्य तो इस बात से है कि सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 12 दिसंबर वर्ष 2017 को पतिलार पंचायत में आए तो पंचायत को निर्मल पंचायत का दर्जा देने के लिए युद्ध स्तर से पहल की गई। दिखावे के लिए उच्च अधिकारियों द्वारा सभी घरों में नल जल व बिजली की व्यवस्था कराई गई। मुख्य मंत्री जी चयनित वार्ड नंबर 14 के मिश्रौली टोला में गए। जहां सारी व्यवस्था दिखाया गया। परंतु वार्ड नंबर 14 के ही कारखाना टोला के लोगों की हालात काफी खराब थी। बिजली तो थी। परंतु नल जल एक सप्ताह में ही ढाक का तीन पात बन गया। आश्चर्य तो इस बात से है कि पीएचडी विभाग के अधिकारी केवल कागज पर ही ज्यादातर लोगों को जल मुहैया कराने में जुटे हैं। पतिलार कारखाना टोला के श्रीनारायण शुक्ल,रामसागर पड़ीत शंभू यादव,जयप्रकाश शुक्ल,आशीष कुमार आदि ने बताया कि अब वे इस गठबंधन सरकार के झूठे वादे व नकली कार्य से ऊब चुके हैं। विभाग के अधिकारी अपनी डफली व अपना राग अलापने में जुटे हुए हैं। जनता की सुनने वाला कोई नहीं है।