बेतिया। ईटभट्टा (चिमनी) मैं कार्यरत उत्तर प्रदेश के24मजदूरों को जिनमें 11पुरुष13महिलाओं के साथ 10 बच्चे शामिल थे,उनको मुक्त करा दिया गया है। इस बात की जानकारी संवाददाता को अंचलाधिकारी मनीष कुमार और गोपालपुर पुलिस के सहयोग से मजदूरों को मुक्त कराया गया है। संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का एक ठेकेदार राजकुमार ने उत्तर प्रदेश के ही संभल के24मजदूरों को गोपालपुर थाना क्षेत्र के बिरईद गांव में मोहम्मद मुस्ताक अली के चिमनी में कार्य करने के लिए रखा दिया था।बाद में आरोप लगा कि चिमनी मालिक उन मजदूरों को शारीरिक मानसिक और आर्थिक शोषण करने लगा है। उन लोगों को काम करने के बाद पैसा भी नहीं देता था।इसके बाद मजदूरों ने अपनी आपबीती परिजनों को बताया।परिजन ने इसकी शिकायत राष्ट्रीय अनुसूचित जाति/ जनजाति आयोग नई दिल्ली को किया। इस पर आयोग ने पहल कर कार्रवाई को लिखा। इसके बाद अंचलाधिकारी व एलईओऔर गोपालपुर पुलिस के सहयोग से उन मजदूरों को चिमनी मालिक के चंगुल से मुक्त कराया गया। सीओ मनीष कुमार ने इसकी जानकारी संवाददाता को देते हुए बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में सभी मजदूरों को ईट भट्ठा संचालक से मुक्त कराकर गोपालपुर पुलिस को सुपुर्द कर दिया गया है। उधर प्रशासन में इस कार्रवाई के बाद हड़कंप मची हुई है।