अंतर्राष्ट्रीय बैंक दिवस पर बैंकों की भूमिका पर परिचर्चा।

बेतिया। सत्याग्रह भवन में बैंकों के अंतरराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों बुद्धिजीवियों ने भाग लिया।इसअवसर पर डॉ एजाज अहमद डॉ सुरेश कुमारअग्रवाल ने संयुक्त रूप से कहा कि प्रत्येक वर्ष4 दिसंबर को बैंकों के अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में दुनिया भर में मनाया जाता है,19 दिसंबर 2019को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने संकल्प74/245 को अपनाया।जिसमें सतत विकास के वित्तपोषण और जानकारी प्रदान करने में बहुपक्षीय विकास बैंकों और अन्य अंतरराष्ट्रीय विकास बैंकों की महत्वपूर्ण क्षमता की मान्यता में4दिसंबर को बैंकों के अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में नामित किया।राज्यों में जीवन स्तर के सुधार में योगदान देने में बैंकिंग प्रणालियों की महत्वपूर्ण भूमिका है।इस अवसर पर डॉ एजाज अहमद डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल अमित कुमार लोहिया डॉ शाहनवाज अली अल बयान के संपादक डॉ सलाम ने कहा कि सितंबर 2015 में महासभा ने सार्वभौमिक और परिवर्तनकारी सतत विकास लक्ष्यों और लक्ष्यों के व्यापक,दूरगामी और जन-केंद्रित लक्ष्य को अपनाया,2030 तक उन लक्ष्यों के पूर्ण कार्यान्वयन के लिए अथक प्रयास करने कीअपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।अत्यधिक गरीबी सहित सबसे बड़ी वैश्विक चुनौती है।सतत विकास के लिए गरीबी उन्मूलन आवश्यकता है।लक्ष्य अपने तीन आयामोंआर्थिक सामाजिक और पर्यावरणीय में संतुलित और एकीकृत तरीके से सतत विकास प्राप्त करना चाहते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *