प्रधान संपादक सुनिल गिरि
20 अक्टूबर की रात बेगुसराय के पर्रा गांव में हुई मंतोष हत्याकांड में शामिल आरोपी तक पुलिस घटना के 40 दिन बीत जाने के बाद भी नहीं पहुंच सकी है। बता दें मंतोष की हत्या का आरोप उसकी पत्नी और उसके प्रेमी और भाड़े पर आए एक बदमाश पर लगा है।
जहां मंतोष के बेटे के बयान पर पुलिस ने आरोपी पत्नी की गिरफ्तारी तो कर लिया पर चाकू से गला रेतने वाले दो आरोपी अब तक फरार हैं। जानकारी के अनुसार मंतोष की पत्नी का अपने फुफेरे भतीजे से प्रेम अफेयर चल रहा था। प्यार परवान चढ़ी तो प्रेमी जोड़े ने मंतोष को रास्ते से हटाने की साजिश रची थी। 20 अक्टूबर को मंतोष के एक पास के रिश्तेदार के यहां न्यौता था। लेकिन मंतोष की पत्नी नीतू देवी बहाना बना कर नहीं गई।
जबकि नीतू देवी के जेठ संतोष अपने पूरे परिवार के साथ रिश्तेदार के घर चले गए। इसी का फायदा उठाकर उसने अपने प्रेमी गौतम और एक अन्य हत्यारे को बुला कर पति की हत्या करवा दी।