आसमान से गिरे खजुर पर अटके कहावत हो रहा है चरितार्थ।
बेतिया/बगहा/ठकराहा। चार दिन से बंधक बने दूल्हा समेत उसके पिता व बहनोई को नौतन थाना की पुलिस ने मुक्त करा लिया है।मंगलवार को दुल्हा और अन्य लोग सकुशल अपने घर पहुंचें। ठकराहा थाना क्षेत्र के मलाही टोला निवासी दुल्हे अली रजा के पिता समसुदीन मियां ने बताया कि शनिवार को निकाह के बाद सुबह में विदाई के समय गर्मी और उमस की वजह दुल्हे की तबियत बिगड गई और वह बेहोस हो गया दुल्हन पक्ष के लोंगो ने मिर्गी से ग्रसित होने का अफवाह फैला दिया और दुल्हा समेत उन्हे और उनके दमाद को बंधक बना लिया तथा उनके साथ मारपीट व बदसुलुकी की गई।जानकारी के मुताबिक घटना की सूचना पर बीती रात रामनगर बैरिया गांव मे पहुंची नौतन थाना की पुलिस ने काफी जदोजहद के बाद बंधक बने दुल्हे और उसके पिता समेत बहनोई को मुक्त कराने में सफल रही।हालांकि दुल्हा और उसके संबंधी सकुशल घर तो पहुंच गयें पर जिस गाडी पर सवार होकर दुल्हा दुल्हन लाने पहुंचा था उसे पुलिस ने दहेज व शादी में खर्च की गई रकम की अदायगी के एवज में थाने पर ही रोक लिया।उधर वाहन स्वामी अपनी गाडी छुडाने को लेकर दुल्हे के पिता समसुदिन पर लगातार दबाव बनाने लगे। पहले ही कर्ज तले दबा समसुदिन ने जब अपनी लाचारी दिखाई तो वाहन स्वामी ने उससे जमीन अपने नाम करने की शर्त रखी।आखिरकार समसुदिन ने जमीन गिरवी रख पैसे का जुगाड़ कर वाहन मालिक को दिया। अब ताज्जुब की बात यह है कि पुलिस के द्वारा दुल्हे व उसके संबंधियों को जब खुद बंधक मुक्त कराया गया तो चार दिनों तक बंधक बना कर रखने वाले लडकी पक्ष पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई बतौर दहेज़ की रकम लौटाने के शर्त पर वाहन को थाने मे रोकना तथा दहेज़ की रकम वापसी कराने के बजाय दहेज लेन देन जैसी कुप्रथा को बढावा देने वाले दोनो पक्ष पर नियम संगत पुलिस के द्वारा क़ानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की गई।वरीय अधिकारियों के संज्ञान में उक्त मामला आने के उपरांत थानाध्यक्ष खालीद अखतर के द्वारा त्वरित कारवाई करते हुवे दुल्हा और उसके संबंधियों को बंधक मुक्त तो कर दिया गया लेकिन शादी जैसे पवित्र बंधन में बंधे जोडे को मिलाने के बजाय विचौलिया के द्वारा दहेज की रकम के अलावे विवाह में की गई खर्च को लौटाने के लिए लगातार दबाव बनाने वाले तत्वों की लोग घोर निन्दा कर रहे है।फिलहाल मलाही टोला गांव में बुढे जवान व बच्चों के बीच यह चर्चा का विषय है की वाहन स्वामी सगा पट्टीदार है जिसकी नजर बहुत पहले से दुल्हे के पिता की पुस्तैनी जमीन पर थी।इस लिए पट्टीदारो ने ही मामले को तुल्य दिया ताकी साजीश के तहत 5 लाख की जमीन को औने पौने दाम में खरीद सके जिसमें उन्हें सफलता भी मिल गई है।