बेतिया/बगहा। बगहा एक प्रखंड अंतर्गत चौतरवा थाना क्षेत्र के किसानों का हाल बड़ा ही दयनीय है। एक सप्ताह पूर्व हुई मूसलाधार बारिश का पानी गेहूं व सरसों के फसल को डुबोया । जिससे खेत तालाब का रूप धारण कर लिया। सात दिन बाद भी खेतों में पानी जमा रहने से अब किसान निराश हैं।उधर सरकारी घोषणा फाइलों में सिमट कर रह गई।किसान मायूश हैं।पतिलार पंचायत के किसानों की फसलें विभिन्न सरेहों में डूबी रही। परंतु विभाग की ओर से पतिलार के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार किया गया। मुवावजा की कौन कहे पिछले दो फसल क्रमशः धान व गेहूं की बर्बाद फसल की कृषि विभाग द्वारा मुआयना भी नहीं किया गया। बता दें कि पतिलार के किसानों की भूमि कौलाची व हरदी नदवा तथा पतिलार के अलावे सियराहा सरेह में है। परंतु कार्यालयों के बाबुओं द्वारा टेबल सर्वेक्षण करके पतिलार के किसानों की अनदेखी की गई। जिससे किसानों में आक्रोश व्याप्त है। पतिलार के किसान राजू उपाध्याय,श्रीनारायण शुक्ल,बैरिष्टर मिश्र,राम यतन यादव,अभिषेक मिश्र समेत दर्जनों किसानों ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि हम सब बिहार के नही नेपाल या पाकिस्तान के लोग हैं। अन्यथा हमारे साथ अनदेखी नही की गई रहती। किसान सलाहकार भी सही स्थिति को नहीं बतलाये ।अन्यथा ऐसी विषम परिस्थिति का सामना नहीं करना पड़ता।किससे कहें ,किसे सुनाए किसान अपना दर्दे हाल कोई सुनने वाला भी तो नहीं है।