बेतिया से शहाबुद्दीन अहमद की रिपोर्ट
बेतिया। विश्व पशु दिवस केअवसर पर, आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि प्रत्येक वर्ष4अक्टूबर को विश्व पशु दिवस के रूप में मनाया जाता है,इस दिन को ‘पशु प्रेमी दिवस’ के रूप में भी जाना जाता है,यह जानवरों के अधिकारों के लिए काम करने वाले व्यक्तियों एवं संगठनों की भागीदारी के माध्यम से जानवरों के प्रेम ,स्नेह, देखभाल,संरक्षण को प्रोत्साहित करता है,जानवरों की दुर्दशा को दूर करने और उनकी सुरक्षा की दिशा में काम शुरू करने के लिए – जंगली और घरेलू दुनिया दोनों में यह दिन पहली बार 1925 में सिनोलॉजिस्ट हेनरिक ज़िमर्मन द्वारा मनाया गया, वक्ताओं ने कहा किज़िम्मरमैन ने पहली बार 24 मार्च,1925 को बर्लिन के स्पोर्ट पैलेस में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया,यह जिला पशुओं एवं जंगली जीव जंतुओं से भरा पड़ा है,स्मरण रहे कि महारानी विक्टोरिया के बड़े बेटे एडवर्ड 7 को मानव सेवा एवं जीव जंतुओं की प्रेम ने ही बेतिया पश्चिमी चंपारण एवं तराई के क्षेत्र की धरती पर आने पर मजबूर किया था,यह दिन ‘पशु प्रेमी दिवस’ के रूप में भी जाना जाता है,यह जानवरों के अधिकारों के लिए काम करने वाले व्यक्तियों और संगठनों की भागीदारी के माध्यम से जानवरों के प्यार, देखभाल, स्नेह और संरक्षण को प्रोत्साहित करता है।