मोदी सरकार द्वारा ‘देश की संपत्तियों को बेचने के खिलाफ व्यापक रहा भारत बंद : माले

प्रधान सम्पादक : सुनिल गिरि

मैनाटांड़।  तीनों कृषि काला कानून और शिक्षा- रोजगार, रेल, बैंक, बीमा, टेलीकॉम, सड़क आदि जनता की सम्पतियों – उद्यमों को कौड़ी के भाव में कॉरपोरेटों – पूंजीपतियों के हवाले कर देने के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भाकपा माले के सैकड़ों कार्यकर्ता ने 27 सितंबर 2021 को सड़क पर उतर कर भारत बंद सफल किया , मैनाटाड़ में बैंक, प्रखण्ड- अंचल मुख्यालय सभी सार्वजनिक और नीजी संस्थान बंद रहा,

भाकपा माले सह किसान महासभा जिला सचिव इन्द्र देव कुशवाहा ने कहा कि भाजपानीत एनडीए गवर्नमेंट से मजदूर – किसान, सरकारी कर्मी, फुटकर दुकानदार, छोटे व्यापारी, छात्र-युवा, महिलाएं आदि सभी परेशान हैं। कहना होगा कि देश की आम जनता के लिए मोदी सरकार खतरा बन गया है। इसे और बर्दास्त करना देश को बर्बादी के गर्त में धकेलना है। भाकपा माले अंचल सचिव अच्छे लाल राम ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार खुलकर अम्बानी-अडानी जैसे अपने आका कॉरपोरेटों के पक्ष में आ गयी है। कृषि क्षेत्र भी

कॉरपोरेटों के हवाले करने के लिए तीन कृषि काला कानून लाया गया है। माले नेता सीताराम राम ने कहा कि मजदूर अधिकारों को खत्म कर गुलामी के दौर में धकेल देने की नीयत से 4 लेबर कोड लागू किया जा रहा है। देश नहीं बिकने दूंगा कहने वाले नरेंद्र मोदी एक – एक कर देश की संपत्ति बेचते जा रहें है। स्वस्थ सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया, इनके अलावा सुभाष चंद्र कुशवाहा शेख राजा  मदन साहू जुलकर नैन  राजद से बिनोद प्रसाद यादव दिनेश यादव क्राग्रेस से सुभाष प्रसाद  समशुल जोहा इत्यादि सैकड़ों की संख्या में उपस्थित थे।

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