बगहा को राजस्व जिला का दर्जा नहीं मिल सका।
बेतिया/बगहा। मंगलवार का दिन बगहा वासियों के लिए मंगल नहीं हो सका। बगहा को राजस्व जिला बनाने का इंतजार फिर करना पड़ेगा। मंगलवार को पूरे क्षेत्र के लोगों की निगाहें टीवी व फोन पर लगी थी। परंतु दिल की अरमा आंसुओं में बह गए।मुख्यमंत्री जी आए व चले गए।फिर वही इंतजार बरकरार रह गया।
कांग्रेस पार्टी के युवा व किसान नेता जयेश सिंह उर्फ जय बाबू ने कहा कि मुख्यमंत्री जी से क्षेत्र वासियों को बड़ी आशा थी कि बगहा को राजस्व जिला घोषित कर जनता की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी करेंगे। परंतु ऐसा कुछ नहीं हुआ। बगहा क्षेत्र वासियों का सपना चकनाचूर हो गया। शाम को खबर मिली कि बगहा को राजस्व जिला का दर्जा नहीं मिल सका।तो जनता में मायूसी छा गई। करोड़ों खर्च का मतलब समझ से परे है। जो मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय हुआ वह सबकुछ तो पटना से भी हो सकता था। मुख्यमंत्री जी का इस क्षेत्र के प्रति कोई आकर्षण नहीं रह गया है। अब यह साफ हो चुका है। वही बगहा पुलिस जिला के लोजपा नेता रिपूसूदन दुबे ने कहा कि हवाई सफर करने वाले नेताओं को जनता का दर्द का एहसास नहीं रहता है।अबकी बार मंगलवार 21 दिसंबर 2021 लगता था कि बगहा के लिए इतिहास बनेगा।परंतु बगहा वासियों की भावनाओं को बड़ा ठेस पहुंचा कर मुख्यमंत्री जी चले गए। बावजूद यह ऐतिहासिक दर्द का क्षण लोगों को याद रहेगा। समाजसेवी नसीम अख्तर ने बताया कि दिल में सुबह से ही उत्साह था कि मंगलवार को शाम तक अवश्य सुनने को मिलेगा कि मुख्यमंत्री ने बगहा क्षेत्र के लोगों को बड़ा सौगात राजस्व जिला के रूप में दे देंगे। परंतु सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया।कहा कि “धत तेरी की सबके सब खट्टे निकले।”उन्हें क्या मालूम कि बगहा की जनता के ऊपर क्या बीत रहा है।