एंटीजन किट कालाबाजारी मामले में फरार चल रहे हॉस्पिटल मैनेजर प्रवीण कुमार का वेतन काटा जाएगा। फिलहाल उनके काम का जिम्मा लेखापाल को दिया गया है। इस मामले में अभी पुलिस कार्रवाई जारी है।
रविवार को सिविल सर्जन डॉ विनय कुमार शर्मा ने कहा कि एंटीजन किट कालाबाजारी में फरार चल रहे हास्पिटल मैनेजर का वेतन काटा जाएगा। 10 मई को एफआइआर होने के बाद से वे फरार हैं। मामला कोर्ट में है, इसलिए विभाग सीधे कुछ नहीं कर सकता है। गिरफ्तारी और दोष सिद्ध होने पर मैनेजर को निलंबित किया जायेगा। अस्पताल मैनेजर का काम अभी लेखापाल देख रहे हैं।
हॉस्पिटल मैनेजर की तलाश में दो दिन पहले पुलिस ने सदर अस्पताल में छापेमारी की थी। कोरेाना की दूसरी लहर में हॉस्पिटल मैनेजर पर आरोप है कि उसने हजारों किट की कालाबाजारी कर दी थी। इस मामले में सात अन्य लोगों को भी पुलिस ने आरोपी बनाया था जिनमें पांच की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस मामले को उच्च न्यायालय की विधिक सेवा समिति ने भी संज्ञान में लिया है। कोर्ट की तरफ से एसएसपी को जल्द कार्रवाई का निर्देश भी दिया गया है।
फरारी के दौरान कई बार अस्पताल देखा गया मैनजर
पुलिस रिकार्ड में फरारी के दौरान हॉस्पिटल मैनेजर को कई बार अस्पताल में देखा गया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, वह अपने कमरे में न बैठकर किसी दूसरी जगह से काम करता था। अस्पताल के कुछ अधिकारियों की फोन लाइन पर भी मैनेजर मौजूद रहता था। कुछ मामलों में उसे मामले की जांच करने का भी निर्देश हाल में दिया गया था। अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि मैनेजर ने काफी दिनों से अपनी हाजिरी नहीं लगायी है।
पकड़े गये आरोपितों ने पूछताछ में लिया था नाम
एंटीजन किट मामले में गिरफ्तार अन्य आरोपितों ने पुलिस की पूछताछ में हॉस्पिटल मैनेजर का नाम लिया था। इसके बाद उस पर दस मई को पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। इसके बाद वह पुलिस की पकड़ से बाहर है। मैनेजर पर आरोप है कि कोरोना की दूसरी लहर में रोज एक हजार किट जांच को मिलते थे जिसमें से वह आधे की बाहर बेच देता था।