बेतिया। स्थानीय एमजेके हॉस्पिटल का हड्डी रोग विभाग इन दिनों मृतप्राय हो गया है। इलाज कराने आने वाले मरीज परेशान हैं,ऑपरेशन की कोई सुविधा नहीं मिल रही है। अस्पताल में अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर से लेकर ऑपरेशन के लिए प्रयोग होने वाले उपस्कर व मशीन भी मौजूद हैं। साथ ही डॉक्टरों के भी प्रतिनियुक्ति की गई है।इस में विभाग अध्यक्ष समेत11को चिकित्सक वार्ड में प्रतिनियुक्त हैं, मगर चिकित्सकों की इच्छाशक्ति की कमी व मुख्यालय से बाहर रहने के कारण गरीब रोगियों को को परेशानी उठानी पड़ रही है। पैर की हड्डियों का छोटे-मोटे ऑपरेशन भी नहीं हो पा रहे हैं। संवाददाता ने जब हॉस्पिटल में मरीजों से मुलाकात की तो वार्ड में भर्ती एक मरीज चंद्रावती देवी, उम्र 75 वर्ष वहां तैनात नर्सिंग ऑफिसर को देख कर रोने लगी, महिला कर्मी उन्हें सांत्वना दे रही थी। चंद्रावती ने बताया कि उनके बाएं पैर की हड्डी जांघ पर से टूट गई है। पिछले 6 नवंबर को परिजनों ने यहां भर्ती कराया था, लेकिन ऑपरेशन नहीं हो रहा है। चिकित्सक कर रहे हैं कि पटना जाना पड़ेगा, मगर मेरे पास रुपया नहीं है बगैर रुपया के हम कहां जाएं इसी बीच वहां चिकित्सक उपेंद्र प्रसाद पहुंचे,उन्होंने कहा कि खून की कमी है ,इसलिए ऑपरेशन नहीं हो रहा है।आप मुझसे नहीं पूछिए जीएमसीएच की छवि खराब हो रही है।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ परशुराम युगल ने संवाददाता को कहा कि अस्पताल में ऑपरेशन होना चाहिए,इसके बाद उन्होंने औरतों के विभागाध्यक्ष से फोन पर बात की उन्होंने शीघ्र ऑपरेशन शुरू करने की बात कही।निर्देश दिया कि आपसे आवश्यक सामान की इंडेंट कर स्टोर से मंगवा ले। इस जीएमसीएच बेतिया के हड्डी रोग विभाग में आधुनिक ऑपरेशन थिएटर और सी आर मशीन शोभा की वस्तु बनी हुई है। ऑर्थो डिपार्टमेंट जीएमसीएच के सीब्लॉक में तीसरी मंजिल पर है। वार्ड में जाने वाली गलियारे में ही अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर है, इसमें 2 सीआर मशीन लगी हुई है,जब सी आर मशीन लगी तो अस्पताल प्रशासन ने दावा किया था कि अब हड्डी टूटने के मामले में भी मरीजों के इलाज की सुविधा यहां मिलेगी।ऑपरेशन किए जाएंगे लेकिन दावा हवा-हवाई साबित हो रहा है।मशीन ऑपरेशन थिएटर शोभा की वस्तु बनी हुई है।