बेतिया। बेतिया स्थानीय वित्तीय व्यवहार न्यायालय में अधिवक्ता मुराद अली ने अभिनेत्री कंगना रनौत पर देश को आजाद कराने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के अपमान करने का आरोप लगाते हुए एक परिवाद पत्र मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में दायर किया है न्यायालय ने आरोपों की जांच के लिए परिवार को एसीजेएम प्रथम बृजेश कुमार के न्यायालय में भेज दिया है आरोप है कि 12 नवंबर को समाचार पत्रों में खबर छपी थी इसमें कंगना रनौत द्वारा कहा गया है कि 1947 में आजादी नहीं बल्कि जीत मिली थी।असल मायने में आजादी 2014 में मिली थी जब नरेंद्र मोदी देश के प्रथम प्रधानमंत्री बने थे,इस तरह का बयान देकर हिंदुस्तान की आजादी में स्वतंत्रता सेनानियों ने जो अपनी जान गवाई थी,उनका अपमान किया है,इस तरह का बयान देशद्रोहनातत्मक है। अभियुक्त का बयान से भारत में विधि द्वारा स्थापित सरकार के घृणा व अपमान धोतक है।इसके पूर्व में भी कई बार मुरादअली अधिवक्ता के द्वारा देश पर आंच आने वाले बयान पर कई लोगों पर मुकदमा दायर किया है, जो एक रिकॉर्ड है।