प्रधान सम्पादक :- सुनिल गिरि
मैनाटांड़। कोरोना काल से ही बंद भारत-नेपाल बॉर्डर को करीब 22 महीने बाद दोबारा दोनों मुल्कों के लोगों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। आधिकारिक तौर से बॉर्डर खुलने के बाद भारत नेपाल दोनों तरफ के लोगों में काफी खुशी है। दोनों तरफ के व्यापारियों को उम्मीद है कि बॉर्डर खुलने के बाद दोनों तरफ के व्यापार में तेजी आएगी। बताया जाता है कि कोरोना के बढ़ते प्रभाव के बीच पिछले साल 23 मार्च को भारत-नेपाल की सीमा पूरी तरह सील कर दी गई थी। मैनाटांड़ प्रखंड स्थित भारत-नेपाल सीमा व पगडंडी रास्ता भी आवाजाही को लेकर पूरी तरह पाबंदी थी। हालांकि, भारत नेपाल की सीमा पूरी तरह खुली है, लोग पगडंडियों के सहारे कही से भी आवाजाही करते रहते हैं, लेकिन प्रखंड में आधिकारिक तौर पर नगरदेही,भंगहा चेक पोस्ट पर एसएसबी तैनात हैं। वाहनों की आवाजाही इन्हें रास्तों से होती है। 22 महीने से आवाजाही के ये रास्ते पूरी तरह बंद थे। सभी चेकपोस्ट को खोल दिया गया| क्षेत्र के सभी चेकपोस्टों को आधिकारिक तौर पर खोल दिया गया है। भारत-नेपाल की सीमा खुलने की जानकारी होने पर भारत और नेपाल के उत्साहित नागरिक और व्यापारी सीमा पर भारी संख्या में इकट्ठा हो गए। अपनी खुशी का इज़हार किया। सशस्त्र सीमा बल 44 वी बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट अतुल कुमार तिवारी ने बताया कि भंगहा बॉर्डर पर आवाजाही चालू कर दी गई। इसमें भी छोटे वाहनों के आने-जाने की अनुमति दी गई है। बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक है। पैदल आवाजाही भी शुरू हो गई है।